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सूचनाः- ये ब्लॉग 10 नवंबर 2014 को खुलासों की दुनिया के साथ बदल दिया जाएगा क्योकि बहुत साड़ी एक जैसी पोस्ट होने के कारण पाठकों को दिक्कत होती है। 10 नवंबर 2014 से हमारे ये ब्लॉग होंगे :- हिंदुत्व की आवाज @ www.savdeshi.blogspot.com
खुलासो की दुनिया @ www.fbkidunia.blogspot.com
विज्ञानं और तकनिकी जानकारी @ www.hindivigyan.blogspot.in

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मंगलवार, 21 अक्तूबर 2014

आजादी के बाद के सबसे बड़े घोटाले।

भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे की एक अपील ने मानों पूरे देश को नींद से जगा दिया था। घोटालों और भ्रष्टाचार से त्रस्त जनता का गुस्सा सड़कों पर दिखाई दिया। इसकी बड़ी वजह हाल के वर्षों में कुछ बड़े घोटालों का पर्दाफाश होना भी माना जा रहा था। लेकिन आज वो आग बुझ चुकी है इस आग को दुबारा जलाने के मेरे प्रयाश को हवा दीजिये और इसे इतना शेयर कीजिये की हर हिंदुस्तानी की जुबां पे फिर से इन्साफ की मांग उभर जाए। यहाँ में आपको जानकारी दे रहा हूँ आज तक के प्रमुख घोटालो की।
वैसे, 1947 से 2011 तक 40 से अधिक घोटाले हो चुके हैं और देश को करीब 10 लाख करोड़ का नुकसान हो चुका है। देखा जाए तो देश में घोटाले की बीज आजादी के बाद ही बो दी गई थी। इसकी शुरुआत जीप घोटाले

शनिवार, 4 अक्तूबर 2014

बोफोर्स तोप घोटाले का सच


बोफोर्स तोप दलाली घोटाला - एक ऐसा केश जो पिछले 26 सालो से लटका पड़ा है। और अब उसे सुलझाया भी नहीं जा सकता।
सन् 1987 में यह बात सामने आयी थी कि स्वीडन की हथियार कंपनी बोफोर्स ने भारतीय सेना को तोपें सप्लाई करने का सौदा हथियाने के लिये 80 लाख डालर की दलाली चुकायी थी। उस समय केन्द्र में कांग्रेस की सरकार थी, जिसके प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे। स्वीडन की रेडियो ने सबसे पहले 1987 में इसका खुलासा किया। इसे ही बोफोर्स घोटाला या बोफोर्स काण्ड के नाम से जाना जाता है।आरोप था कि राजीव गांधी परिवार के नजदीकी बताये जाने वाले इतालवी व्यापारी ओत्तावियो क्वात्रोक्की ने इस मामले में बिचौलिये की भूमिका अदा की, जिसके बदले में उसे दलाली की रकम का बड़ा हिस्सा मिला। कुल चार सौ बोफोर्स तोपों की खरीद का सौदा 1.3 अरब डालर का था। आरोप है कि स्वीडन की

गुरुवार, 2 अक्तूबर 2014

नरेंद्र मोदी जी पूर्व जन्म मैं क्या थे? Reincarnation Case of narendra modi

भारत के धर्म शास्त्र मैं clear बताया गया है की मनुष्य का पुनः जन्म होता है, तथा पूर्व जन्म के कर्मो के आधार पे ही नवीन जीवन मिलता है, अब आज की तारीख मैं ये सब विधाये भारत से गायब होके अमेरिका पहुँच गयी है , इंस्टीट्यूट फॉर दी इंटीग्रेशन ऑफ साइंस, इंस्टीट्यूशन एंड रिसर्च (IISIS) ये अमेरिका के शहर सैनफ्रांसिस्को मैं स्थित एक संस्था है । इस संस्था ने पूरी दुनिया में अब तक करीब 20 हजार स्त्री पुरुषों, बच्चों और यहां तक कि पशुओं के पुनर्जन्म पर भी अनेक अमेरिकी विश्वविद्यालयों की मदद से शोध अध्ययन किए हैं और अनेक पुस्तकें भी प्रकाशित की हैं। इसी संस्था ने मोदी जी के पूर्व जन्म के खुलासे किये हैं- पूनर्जन्म के मामलों पर शोध के दौरान एक धर्म से दूसरे धर्म में, एक देश से दूसरे देश में और स्त्री से पुरुष या पुरुष से स्त्री बनने के हजारों मामले इन विषयों पर शोध करने वालों ने पाए हैं और सबसे ज्यादा हैरत की बात यह पाई कि कोई व्यक्ति पिछले जन्म में जिस स्तर की प्रसिद्धि हासिल किए था उसी स्तर की कामयाबी पा लेता था। नरेन्द्र मोदी जी पिछले जन्म में कट्टर

सोमवार, 29 सितंबर 2014

सभी खुलासे एक ही जगह।

दोस्तों अभी तक यहाँ पे जो भी जानकारी दी गई है वो सभी इंटरनेट के माध्यम से इक्क्ठा की गई हैं। लेकिन अब हम विकिलीक्स की तर्ज पर इंडिया लीक्स आरम्भ करने जा रहे हैं। जो मित्र सहयोग करना चाहता है वो अपनी मेल आई डी कमेंट में छोड़ सकता है। और इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको अभी तक के सभी खुलासों के लिंक दे रहे हैं। आप जिस भी जानकारी को जानना चाहते है उसके लिंक पे क्लिक करिये और जानिये आखिर आप से सरकार ने क्या और क्यों छिपाया है। अगर अच्छा

गुरुवार, 18 सितंबर 2014

हिंदी को जन जन तक पहुचाने का एक प्रयास।


हम हिंदुस्तानी हैं और हिंदी हमारी मातृ भाषा है। और दोस्तों अब समय ऐसा है के हमारा हिंदी पर गर्व 8 गुणा बढ़ गया है क्युकी हमारे देश के प्रधानमंत्री भी हिंदी भाषा पर जोर दे रहे हैं। हो भी क्यों ना आखिर हिंदी हिन्दुंस्तान का दिल जो है। और इसी दिशा में मैंने भी एक कदम बढ़ाया है और आप लोगो के सामने कुछ जानकारियां हिंदी भाषा में प्रस्तुत करने की कोशिश की हैं। तो चलिए इन सब पे रोशनी डालते हैं के आपको कहा पे कौन-कौन सी जानकारी मिलेगी।जो लिंक है वो आपको नीले रंग में दिखाई देगा। और उस पे क्लिक करके आप सम्बंधित ब्लॉग पर पहुंच जायेंगे जहा पे आपको बेहद अनूठी और रोमांचक जानकारी हिंदी में मिलेगी। 


1. भारत की जनता से ये सब क्यों छिपाया गया ? - दोस्तों ये यही ब्लॉग है जिस पर आप अभी ये जानकारी पढ़ रहे हैं लेकिन में आपकी मेहनत को थोड़ा काम करके सभी लिंक यही दे देता हूँ। सबसे पहले तो ये बताता हु के आखिर ये ब्लॉग है किस विष्य में। हम सभी जानते हैं के

सोमवार, 1 सितंबर 2014

ऐसे लोगो को बनाओ देश का कर्ता धर्ता ......!

स्विसपत्रिका
Schweizer Illustrierte
के 11 नवंबर 1991 में जरी संस्करण के अनुसार, उस समय राहुल गाँधी के नाम से एक अकाउंट में दो बिलियन अमेरिकी डालर जमा थे जिसका संचालन सोनिया गाँधी किया करती थी! 2006 में स्विस बैंकिंग एसोसिएशन कि एक रिपोर्ट से पता चला कि भारतीय नागरिकों के संयुक्त जमा अभी

1975 - 1977 इमरजेंसी का सच .....!


अब उस इमरजेंसी की बात करते हैं जिसे इंदिरा गाँधी ने भारत में घोषित कर दिया था!
 
इसका कारण कुछ और ही था! हुआ ये कि 12 जून 1975, इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने पाया कि इंदिरा गाँधी ने अपने चुनाव अभियान के दोरान सरकारी मशीनरी का जमकर दुरूपयोग किया था और इसके लिए उसे दोषी करार दे दिया गया! उच्च न्यायालय ने इंदिरा गाँधी के उस चुनाव को अवैद घोषित कर दिया और इंदिरा को लोक-सभा की सीट से हटा दिया ! यही नहीं अदालत ने इंदिरा गाँधी को 6 साल तक कोई भी चुनाव लड़ने पर प्रतिबंद लगा दिया! उधर जी पी की अगुवायी में देश ने